आक्सीजन की तरह जीवन में संस्कार भी जरूरी है जिसे छात्रों को देने से आने वाली पीढ़ी संस्कारी बनती है यह बात इनिशिएटिव फार मोरल एंड कल्चरल ट्रेनिंग फाउंडेशन की महानगर इकाई की कार्यशाला में अमरनाथ ने कही, उन्होंने यह भी कहा कि जीव संरक्षण, पारिवारिक स्थापना, राष्ट्रभक्ति जैसे संस्कार भी बच्चों को देने चाहिए। इस कार्यक्रम का आयोजन वीरेंद्र स्वरुप पार्क स्थित स्काउट भवन के सभागार में आयोजन किया गया। नवेंदु शुक्ला ने बताया कि सांस्कृतिक मूल्यों के प्रशिक्षण के लिए यह कार्यशाला का आयोजन किया गया है। इसमें प्रमुख रूप से डा शैलेन्द्र द्विवेदी,डा संजीव दीक्षित,सवेश तिवारी,डा विपिन कुमार,अवघेश कटियार, राहुल मिश्रा,पी पी उपाध्याय आदि लोग मौजूद रहे।



















