बहन से प्रेम प्रसंग के चलते युवक का सिर काटा, शव गंगा में फेंका, 4 दोस्त गिरफ्तार।
गणेश पंडाल से बुलाकर ले गए दोस्त, जंगल में गला रेता, सिर और धड़ अलग-अलग फेंके।
कानपुर के चकेरी थाना क्षेत्र में दोस्तों ने ही अपने एक दोस्त की प्रेम प्रसंग के चलते न सिर्फ बेरहमी से हत्या कर दी, बल्कि पहचान मिटाने के लिए उसका सिर धड़ से अलग कर शव को गंगा नदी में फेंक दिया।
आरोपियों से पूंछतांछ के बाद दो दिनों से पुलिस मृतक के शव की बरामदगी के लिए गंगा में सर्च अभियान चला रही थी।
पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा कर 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि अन्य 4 की तलाश जारी है।
डीसीपी पूर्वी सत्यजीत गुप्ता ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि चकेरी के शिव कटरा निवासी रवि कुमार ने 31 अगस्त को अपने छोटे भाई ऋषिकेश उर्फ सोना (22 वर्ष) के अपहरण की सूचना दी थी। जांच में पता चला कि 29 अगस्त की रात को ऋषिकेश को उसके पड़ोस में रहने वाले दोस्त मोगली और निखिल गणेश चतुर्थी पंडाल घुमाने के बहाने घर से बुलाकर ले गए थे। पंडाल के पास उनके अन्य साथी पवन, बाबी, डैनी, सत्यम, रिशू और आलू पहले से मौजूद थे। सभी ने मिलकर ऋषिकेश को जबरदस्ती बाइक पर बैठाया और काकोरी के सुनसान जंगल में ले गए। आरोपियों ने पूछताछ में कबूल किया कि जंगल में उन्होंने ऋषिकेश के पैरों को रस्सी से बांधकर चाकू से गला काटकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद पहचान छिपाने के इरादे से सिर को धड़ से अलग कर दिया। शव को ठिकाने लगाने के लिए पहले से बोरा लाया गया था। हत्या के बाद पवन ई-रिक्शा लेकर आया और शव के दोनों हिस्सों को जाजमऊ गंगा पुल से अलग-अलग दिशाओं में नदी में फेंक दिया।
हत्या की वजह
हत्याकांड का मुख्य आरोपी पवन मल्लाह, मृतक ऋषिकेश का जिगरी दोस्त था। पवन का आपराधिक इतिहास रहा है और उसे 6 महीने के लिए जिला बदर भी किया गया था। जब वह जिला बदर की अवधि पूरी कर वापस लौटा, तो उसे पता चला कि उसकी गैरमौजूदगी में उसके दोस्त ऋषिकेश और उसकी बहन के बीच प्रेम प्रसंग हो गया है। यह बात उसे नागवार गुजरी और उसने ऋषिकेश से बदला लेने की ठान ली। इसी खुन्नस में उसने अपने अन्य दोस्तों के साथ मिलकर इस खौफनाक हत्या की साजिश रची। 31 अगस्त को महाराजपुर थाना क्षेत्र में पुलिस को गंगा किनारे एक सिर कटा शव मिला। सूचना पर मृतक के परिजन शिनाख्त के लिए पहुँचे। उन्होंने शव के दाहिने हाथ पर बने टैटू (बिंदी) और कलाई में बंधे कलावे के आधार पर उसकी पहचान ऋषिकेश उर्फ सोना के रूप में की। इसके बाद पुलिस ने अपहरण के मुकदमे में हत्या की धाराएं जोड़कर जांच तेज कर दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस की कई टीमों का गठन किया गया। संयुक्त कार्रवाई में पुलिस ने 1 सितंबर को काकोरी जंगल के पास से चार आरोपियों- मोगली उर्फ प्रिंस, निखिल, आकाश उर्फ आलू, और रिशु वर्मा को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अभियुक्तों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। पुलिस अब मुख्य आरोपी पवन मल्लाह समेत अन्य फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है।
मोहम्मद नईम की रिपोर्ट

















