कानपुर नगर। जिला प्रयागराज थाना फाफामऊ गोहरी गांव में पुलिस प्रशासन की लापरवाही से दबंगों द्वारा दलित परिवार की निर्मम हत्या हो जाने पर पुलिस प्रशासन के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई व दबंगों को फांसी की सजा कराने हेतु विज्ञापन महामहिम राष्ट्रपति महोदय को प्रशासनिक अफसरों के माध्यम से दिया गया। ज्ञापन कानपुर नगर ग्रामीण अनुसूचित जाति विभाग के जिला अध्यक्ष सुनील बाल्मीकि के नेतृत्व में दिया गया। ज्ञापन के माध्यम से कहा गया कि दलित परिवार की एफआईआर थाने में नहीं की गई और कोई कार्रवाई नहीं हुई। साथ ही कहा गया कि प्रदेश सरकार से हमें जवाब चाहिए कि क्या दलित होना गुनाह है,उत्तर प्रदेश में पूछना चाहता हूँ कि एसी जगह पर मनीषा वाल्मीकि उन्नाव की बेटी और विधानसभा ब्लाक शिवराजपुर गांव पुरवा में आनंद कुरील, आगरा में अरुण वाल्मीकि जैसे नौजवान और प्रयागराज में 4 दलितों की हत्या हो जाना, उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की नाकामी है। साथ ही कहा कि अपराधी के ऊपर कठोर कदम नहीं उठाया जा रहा है और गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा रहा। यूपी में कानून व्यवस्था ध्वस्त है जातिगत उत्पीड़न चरम पर है, कानून से खिलवाड़ करने का अधिकार किसी को नहीं है। साथ ही मांग की गई कि हत्यारे दबंगों को फांसी की सजा हो और पुलिस की मिलीभगत से पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी व एसएचओ पुलिसकर्मियों को बर्खास्त किया जाए ताकि भविष्य में कोई इस तरह की हिमाकत करने की हिम्मत न जुटा पाए। साथ ही कहा गया कि अगर पुलिस कर्मियों और उनकी मांगों पर कठोर कार्रवाई न की गई तो दलित समाज सड़कों पर उतर कर उत्तर प्रदेश के हर एक जिले में आंदोलन करेगा। ज्ञापन देने वालों में दिनेश दीक्षित, चंद्रपाल, अनुज, धीरज तांबे, विकास सोनकर, अमृत सोनकर,छोटे वाल्मीकि, निर्मल ताम्बे, मुकेश पांडे प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।


















