कानपुर 30 दिसंबर । मां ही मंदिर मां ही पूजा माँ से बढ़कर कोई न दूजा । मां ही वह पहली शख्स होती है जो गुरु रूप में अपने बच्चे को जीवन का पहला सबक देती है और अपनी ममता की छांव में बालक का लालन पालन करती है। मनुष्य के जीवन में माता से बढ़कर कोई और दूसरा नहीं हो सकता । यह बात शुक्रवार को देश के यशश्वी प्रधान मंत्री नरेद्र मोदी की मां हीराबेंन के 100 वर्ष की उम्र में निधन पर समाधा आश्रम मेहरबान सिंह का पुरवा में व्यापारियों द्वारा आयोजित श्रद्धांजलि सभा में अपनी भावभीनी पुष्पांजलि अर्पित करते हुए लोकसभा सांसद सत्यदेव पचौरी ने भावुक शब्दो में व्यक्त करते हुए कहे । श्री पचौरी ने प्रधानमंत्री मोदी जी के वचनों को दोहराते हुए कहा की आज भारत की शानदार शताब्दी का ईश्वर के चरणों में विराम होगया। जिन्होंने देश के प्रधानमंत्री जैसे यशस्वी पुत्र को जन्म दिया ।जिन्होंने अपना सारा जीवन निष्काम कर्मयोगिनी ,के प्रतीक और जीवन के मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध संघर्ष मय जीवन जिया। ऐसी अद्भुत मातृ शक्ति को हम शत शत नमन करते है । साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री के देश के प्रति उनकी निस्काम भक्ति की सराहना करते हुए कहा की मोदी जी न सिर्फ अपनी मां के ही भक्त है बल्कि वे भारत माता के भी भक्त है जिन्होंने देश सेवाए खुद को समर्पित करते हुए शोक के इस पल में भी खुद को देश सेवा में ही तल्लीन रखा आज के दिन भी उन्होंने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों में वर्चुअल रूप से शामिल होकर देश वासियों के लिए एक प्रेरणा श्रोत स्वरूप पेश किया है ।
शोक सभा में इस अवसर पर मुख्य रूप से सरदार गुरुजिंदल सिंह ,व्यापारी नेता ज्ञानेश मिश्रा सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे ।



















