मारबीलीनम ले, मीजल्स भगाएं
होम्योपैथी से चेचक खसरा समेत मीजल्स को रखें दूर
रूबेला वायरस से हो जाए सावधान*
वायरस जनित बीमारियां चेचक खसरा एवं जर्मन मीजल्स में अपनाएं होम्योपैथिक दवाएं
बदलते हुए मौसम ने सघन जनसंख्या वाले क्षेत्रों में वायरस जनित बीमारियां जैसे खसरा चेचक एवं जर्मन मीजल्स का खतरा बहुत बढ़ गया है जिस पर ग्वालटोली स्थित आरोग्यधाम में एक जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन हुआ जिसमें बोलते हुए आरोग्यधाम के वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ हेमंत मोहन ने बताया कि होम्योपैथी दवाएं वायरल जनित बीमारियों में अच्छा प्रभाव दिखाती हैं। बदलते मौसम में कोरोनावायरस वायरल जनित बीमारियां जैसे चेचक खसरा एवं जर्मन मीजल्स ने भी अपने पैर पसार लिए हैं। आरोग्यधाम के होम्योपैथिक क्लीनिक में चुन्नी गंज निवासी 26 वर्षीय सलमा दिखाने आई जिन्हें पिछले 9 दिन से जाड़ा देकर तेज बुखार के साथ बदन में दर्द, सिर दर्द, उल्टी, जुखाम, गले में खराश के साथ पूरे शरीर पर दाने थे। जोकि मीजल्स के लक्षण थे। आरोग्यधाम की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर आरती मोहन ने बताया मीजल्स, चिकन पॉक्स समेत कई संक्रामक रोगों में उच्च गुणवत्ता वाली होम्योपैथिक दवाएं कारगर सिद्ध हुई है। होम्योपैथिक दवाई रस टॉक्स, यूपेटोरियम, वेरीयोलिनम, जेल्सीमियम, वायरल फीवर के विभिन्न लक्षणों में बहुत अच्छा प्रभाव दिखाती हैं। जिनको किसी कुशल होम्योपैथिक चिकित्सक के दिशा निर्देशों के अनुसार लेने से हम इन संक्रामक रोगों से लड़ सकते हैं यह जानकारी जनहित में आरोग्यधाम के डॉक्टर हेमंत मोहन व डॉक्टर आरती मोहन ने दी।


















