कानपुर , मोहम्मदी यूथ ग्रुप के ज़ेरे एहतिमाम पैगम्बर ए इस्लाम के नवासे शहज़ाद ए हज़रत अली इमाम हसन (रजि०अन०) की यौम ए विलादत खानकाहे हुसैनी में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सादगी से मनाया।
ज़ोहर की नमाज़ के बाद शोरा ए कराम ने नात मनकबत पेश की जशन ए इमाम हसन का आगाज़ हाफिज़ मोहम्मद ज़ाहिद ने कुरान ए पाक की तिलावत से किया हज़रत इमाम हसन की विलादत की मुबारकबाद देते हुए कहा कि हज़रत इमाम हसन की विलादत मदीना मुनव्वरा मे रमज़ानुल मुबारक महीने मे 15 रमज़ान 3 हिज़री मे हुई इमाम हसन जन्नत के नौजवानों के सरदार है इमाम हसन की सखावत पूरी दुनिया मे एक मिसाल है नौजवानों को उनके नक्शें कदम पर चलना चाहिए रमज़ानुल मुबारक माह मे कसरत से इबादत कर नेकियों में इज़ाफ़ा करे व अपने गुनाहों की माफी मांगे।
ग्रुप के अध्यक्ष इखलाक अहमद डेविड ने कहा रसूल ए खुदा अपने नवासों हज़रत इमाम हसन और इमाम हुसैन से बहुत मोहब्बत करते थे हमे भी अहले बैत से मोहब्बत करना चाहिए अहले बैत से मोहब्बत व उनका ज़िक्र करना भी इबादत है। सलातों सलाम के बाद दुआ हुई।
दुआ में अल्लाह की बारगाह मे रसूले खुदा, विलादते इमाम हसन के सदके रमज़ानुल मुबारक के पाक महीने की बरकत से भारत पर रहम कर, या अल्लाह तेरे इम्तिहान के काबिल नही भारत से वबा का खात्मा करने, हमारे मुल्क सूबे शहर को वबा से निजात दिला हम सबकी हिफाज़त फरमा, जो बीमार है उनको शिफा दे, गुस्ताखे रसूल को सज़ा देने की दुआ की।
दुआ मे इखलाक अहमद डेविड, हाजी मोहम्मद शाबान, हाफिज़ मोहम्मद ज़ाहिद, परवेज़ आलम वारसी, मोहम्मद हफीज़, एजाज़ रशीद, परवेज़ सिद्दीकी, अफज़ाल अहमद आदि लोग मौजूद थे।


















