कानपुर नगर। शनिवार को जुहारी देवी गर्ल्स पी० जी० कॉलेज, कानपुर के संगीत विभाग ने प्रदर्शनात्मक व्याख्यान के अन्तर्गत ‘नवरात्रि के रंग संगीत के संग’ कार्यक्रम का आयोजन सम्पन्न कराया, जिसमें बिहार सीवान की जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी डॉ ऋचा वर्मा जी मुख्य गायिका कलाकार के रूप में पधारी।
कार्यकम का प्रारम्भ माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। साथ में संगीत विभाग की छात्राओं द्वारा सरस्वती वन्दना भी प्रस्तुत की गयी। विभाग की छात्रा रूपा यादव ने जय जय जय जग जननी देवी गीत पर कथक शैली में भावपूर्ण प्रस्तुति की। डॉ० आकांक्षा गुप्ता के निर्देशन में संगीत विभाग की छात्राओं दिव्यांशी, शैली, करिश्मा, करूणा, सलोनी, अनुदिति, रिया, मनस्बी एवं पलक ने माँ अम्बे का एक समूह गीत “अम्बे भवानी आ जाओ शेरावाली” प्रस्तुत किया। महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ० रन्जू कुशवाहा ने सामयिक रंगारंग कार्यकम के लिये विभाग की शिक्षिकाओं को बधाई दी और कहा कि ऐसे आयोजन निश्चित रूप से एक सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करते है जिससे आगे के काम करने की गति द्विगुणित हो जाती हैं। कार्यकम की संयोजिका डॉ० सुनीता द्विवेदी ने संगीत, संस्कृति और लोक संगीत पर अपने विचार रखे।
शास्त्रीय संगीत गायिका डॉ० ऋचा वर्मा ने अपने गायन का प्रारम्भ राग दुर्गा में अपनी स्वरचित रचना- “जय-जय हे जगदम्बे माता’ जो तीनताल में निबद्ध थी, उससे किया, दूसरी प्रस्तुति राग मालकौंस में जय दुर्गे महारानी” थी। दो लोकगीत भी प्रस्तुत किये गए। कलाकार की सभी प्रस्तुतिया बहुत ही प्रशंसनीय रही। सभागार में उपस्थित श्रोताओं की करतलध्वनियों ने कलाकार की सफल प्रस्तुति को उद्घोषित किया। तबले पर डॉ० निशान्त कुमार सिंह की संगत ने एवं हारमोनियम पर राज कुमार सिंह की मधुर लहरियों ने कार्यकम को अद्वितीय रूप प्रदान किया।
मन्च संचालन डॉ० आकांक्षा गुप्ता, आयोजन सचिव ने किया। साथ ही कार्यक्रम के अन्तिम चरण में उन्होने धन्यवाद ज्ञापन भी किया। राष्ट्र गान के साथ उक्त कार्यक्रम का समापन हुआ। डॉ० पूनम मिश्रा एवं डॉ० रेनू ने (पी०पी०टी बनाकर) अपना पूर्ण सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय की वरिष्ठ शिक्षिकायें डॉ० ज्योतिर्मयी त्रिपाठी, प्रो० ज्ञान प्रभा अग्रवाल, प्रो० अल्पना राय, प्रो० अर्चना दीक्षित, प्रो० चाँदनी सक्सेना, प्रो० अलका द्विवेदी एवं ब्रो० शालिनी अग्रवाल के साथ महाविद्यालय की समस्त शिक्षिकायें उपस्थित रही।



















